दुनिया भर में कई श्रमिकों पर कार्यस्थल में शोषण का संकट मँडराता रहता है। यह खतरा उन्हें कई कारणों और तरीकों की वजह से रहता है। यूँ तो ये सिद्धांत किसी भी कमज़ोर श्रमिक पर लागू होते हैं, लेकिन इन्हें खासतौर पर उन प्रवासी श्रमिकों को ध्यान में रखकर बनाया गया है, जो अक्सर कार्यस्थल में कुछ खास तरह के जोखिमों का सामना करते हैं।
सिद्धांत
-
#5हर कार्यस्थल में शिकायत नीति और प्रणालियाँ उपलब्ध होनी चाहिए।
-
#14जहाँ भी संभव हो, वहाँ कंपनी की शिकायत प्रबंधन प्रणालियाँ श्रमिकों से परामर्श ले कर विकसित की जानी चाहिए, जैसे श्रमिक संघ के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करके।
-
#20सरकारों को चाहिए कि वे व्यवसायों को ऐसी कार्यशील शिकायत प्रबंधन प्रणालियाँ रखने के लिए प्रोत्साहित करें, जो प्रभावी, सुलभ और पारदर्शी हों।
-
#23श्रमिकों को उनके अधिकारों से अवगत करवाया जाना चाहिए और साथ ही उन्हें शिकायत दर्ज करने और उपचार हासिल करने के विकल्पों की जानकारी भी दी जानी चाहिए। यह जानकारी उन्हें उस भाषा में दी जानी चाहिए, जिसे वे समझ सकते हैं और उस माध्यम से दी जानी चाहिए, जिस तक उनकी पहुँच हो।
सिद्धांत डाउनलोड करें
ये सिद्धांत श्रमिकों के अधिकारों को सिर्फ़ दोहराते नहीं हैं। ये इसकी स्पष्ट स्वीकृति हैं कि सिर्फ़ अधिकारों को मान्यता देना काफ़ी नहीं होता – व्यवसाय और अन्य हिस्सेदारों को सक्रिय रूप से कदम उठाते हुए उनके संचालनों और आपूर्ति श्रृंखला में लिप्त श्रमिकों को उन अधिकारों तक सार्थक पहुँच देनी होगी। हमें उम्मीद है कि ये सिद्धांत उस काम में मददगार साबित होंगे और हम सभी हिस्सेदारों को उनका समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।